कैंडल पैटर्न क्या है?कैसे काम करती है|candlestick pattern in hindi
कैंडल पैटर्न हमे शेयर को buy और sell करने का सही prise बताता है इसके अलावा candlestic pattern शेयर का मोमेंटम भी बताता है।
कैंडल पैटर्न की मदद से हम सही समय पे शेयर में entry और exit कर सकते है।
कैंडल पैटर्न के बारेमे बहुत लोग information देते है वह बहुत कम होती है या वो पूरी जानकारी दे नही सकते अनुभव न होने के कारण या तो पूरी जानकारी न होने के कारण।
Candlestic pattern के बारेमे जानने से पहले देख लेते है की कैंडल क्या होती है और उनके कितने प्रकार होते है।
कैंडल पैटर्न क्या है(what is candlestick pattern hindi)
आप यह ऊपर वाली फोटो में देखिए।
जब आप कोई भी trading app में देखते है तो कुछ इस तरह से की कैंडल का चार्ट दिखाई देता है।
कैंडल पैटर्न में जो कलर वाला भाग है उसको कैंडल की Body कहते है।
कैंडल पैटर्न के मुख्य दो(2) प्रकार होते है।
- Bullish candle pattern(तेजी की कैंडल)
- Bearish candle pattern(मंदी की कैंडल)
इन दोनो कैंडल के मुख्य प्रकार और इसके अंदर दूसरे प्रकार को नीचे देखेंगे।
Trading app के चार्ट में आप जितना समय का कैंडल देखना चाहते है उसको लगा सकते है।
Intraday ट्रेडिंग में आप 5 मिनिट , 10 मिनिट या 1 घंटे का कैंडल का समय पसंद करके अच्छा अनुमान लगा सकते है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए आप 1 दिन(day), 1 हप्ता (week) का कैंडल चार्ट लगाकर देख सकते है।
दोस्तो, जब भी आप चार्ट में कैंडल देखते है तब उसका कलर नही देखना बल्कि उसका buy और sell का सिग्नल(signal) देखना है।
कैंडल पैटर्न देखते समय यह 2(दो) बाते ध्यान में रखे…
- जब मार्केट अपने High prise पर होगी तब हमे कैंडल में Sell का सिग्नल (signal) देखना है।
- जब market अपने LOW prise पर होगी तब हमे buy का सिग्नल वाली कैंडल को देखना है।
अगर आपने ये दो(२) point को समझ लिया तो मनलो आपने 80% कैंडल पैटर्न का अभ्यास कर लिया।
1. Bullish candlestick pattern (तेजी की कैंडल)
आप ऊपर वाली कैंडल को देखे उसको bullish candle कहते है।
Bullish candle pattern जब मार्केट नीचे जा रहा हो तब अगर bullish candle का कोई सिग्नल मिलता है तो वह से मार्केट का ट्रेंड बदल सकता है।
Bullish candle में दो(२) तरह की कैंडल होती है…
- Single bullish candle
- Multiple bullish candle
Single bullish candle:
सिंगल बुलीश कैंडल मतलब चार्ट में ऐक ही कैंडल से ट्रेंड का अनुमान लगाया जाए उस कैंडल को सिंगल बुलीश कैंडल कहते है।
जैसे की: मरूबोझू कैंडल, डोजी कैंडल,हैमर कैंडल,आदि….
Multiple bullish candle:
मल्टीपल बुल्लिश कैंडल का मतलब यह है की किसी भी शेयर का ट्रेंड दो या दो से अधिक कैंडल से बदलता हो उसको Multiple bullish candle कहते है।
जैसे की: बुलिस इंगल्फिंग, इवनिंग स्टार कैंडल, मॉर्निंग स्टार कैंडल आदि…
Bullish candlestick pattern में कई प्रकार की कैंडल सामिल है उन सबको हम short (कम सब्दो) में समझते है।
(i)Bullish Engulfing candle(बुलिश इंगल्फिंग कैंडल)
ऊपर वाले फोटो में Bullish Engulfing candle और उनका चार्ट का फोटो दिया गया है।
इस फोटो को अच्छे (ध्यान) से देखिए… उसके बाद आगे पढ़िए।
यह एक bullish candle है इसीलिए जब मार्केट या शेयर down trend में हो तब यह काम करती है।
जब किसी शेयर के down trend के चार्ट में बुलिश इंगल्फिंग कैंडल बनती है तब शेयर को buy करना चाहिए।
आप यह ऊपर वाले फोटो में देख सकते है की जब मार्केट नीचे गया तब bullish Engulfing नाम की कैंडल बनी और इसके बाद शेयर में बहुत तेजी आई।
अगर आप intraday करते है तो भी यह कैंडल अच्छे से काम करती है।
ऊपर वाले चार्ट में Long Bullish Engulfing candle दिखाई गई है।
जब चार्ट में लॉन्ग बुलिश इंगल्फिंग कैंडल बनती है तब उसमे तेजी आने के बहुत chance (संभावना) बढ़ जाती है।
(ii)Hammer candle pattern (हैमर कैंडल पैटर्न)
दोस्तो, ऊपर वाले फोटो में आप देख सकते है,। जब आपको चार्ट में ऐसी कैंडल दिखाई दे तो उसको Hammer candle कहते है।
इसका आकार हथौड़ा जैसा होता है और इसमें upper shadow बिलकुल नही या फिर ना के बराबर होता है।
थोड़ा upper shadow होगा तो भी उसको हैमर कैंडल ही कहा जायेगा।
जब मार्केट down trend में हो और तब अगर हैमर कैंडल बनती है तो वहासे शेयर या मार्केट ने तेजी आने की संभावना बढ़ जाती है।
आप यह फोटो में देख सकते है जब शेयर नीचे था तब वहां हैमर कैंडल बना और शेयर में तेजी आ गई।
जब शेयर का चार्ट down trend में हो और तब वह hammer candle बनती है तो वह BUY की पोजिशन बनानी चाहिए।
Note: यहां हैमर कैंडल किसी भी कलर में हो सकती है उससे कोई फरक नही पड़ता।
Hammer candle pattern intraday में भी अच्छी तरह से काम करती है।
हैमर कैंडल पैटर्न का उपयोग करके आप बहुत ही अच्छी तरह से proffit बना सकते है।
(iii) Doji Candle(डोजी कैंडल)
दोस्तो आप यह ऊपर डोजी कैंडल की फोटो देख सकते है।
डोजी कैंडल की मुख्य चार(4) प्रकार होते है…
- Standard Doji
- Long-legged Doji
- Dragonfly Doji
- Gravestone Doji
यह सभी चार प्रकार अलग अलग तरह से काम करते है।
विस्तार मे पढ़े: DojI Candle pattern kya hai in hindi
ऊपर वाले फोटो को अच्छे से देखिए…
डोजी कैंडल चार्ट में दो(2) तरह से काम करती है।
- चार्ट में डोजी कैंडल बनने के तुरंत बाद की कैंडल अगर bullish(तेजी की) है तो शेयर को ऊपर जाने की संभावना होती है।
- चार्ट में डोजी कैंडल बनने के तुरंत बाद की कैंडल bearish (मंदी की) है तो शेयर को नीचे जाने की संभावना बढ़ जाती है।
यहां चार्ट में डोजी कैंडल की तुरंत बाद की कैंडल Bullish है इसीलिए यहां शेयर में तेजी आई है और BUY सिग्नल मिला है।
(iv)Morning star candle pattern (मॉर्निंग स्टार कैंडल पैटर्न)
ऊपर वाली फोटो में दिख रही तीन कैंडल की जोड़ को मॉर्निंग स्टार कैंडल कहते है।
Morning star candle pattern में ध्यान रखने वाली बाते…
- पहली कैंडल Bearish candle होनी चाहिए।
- बीच की कैंडल Bullish और पहली कैंडल से gape down open(खुलनी) चाहिए।
- तीसरी कैंडल bullish और बीच की कैंडल के close के आसपास open होनी चाहिए।
ध्यान रहे यह बिच की कैंडल Doji भी हो सकती है उसको भी Morning star candle pattern ही कहा जाता है।
ऊपर वाले चार्ट में देखिए यह एक morning star candle बनती दिखाई दे रही होगी।
जब मार्केट down trend में हो और यह कैंडल बने तो वह से तेजी आने की संभावना बढ़ जाती है।
जब चार्ट में down trend हो और morning star candle बने ऐसी परिस्थिति में शेयर को BUY करना चाहिए।
यह कैंडल के साथ आप intraday भी कर सकते है।
2.Bearish candle pattern (मंदी की कैंडल)
दोस्तो, कोई भी Bearish candle pattern यानि मंदी की कैंडल चार्ट में बनती है तब तब वहां से शेयर में गिरावट आने की संभावना बढ़ जाती हैं।
Bearish candle pattern जब चार्ट में बने तब हमे Sell की पोजिशन बनानी चाहिए।
Bearish candle pattern 2 (दो) प्रकार की होती है।
- Single bearish candle
- Multiple bearish candle
यह दोनो कैंडल के अंदर और भी कैंडल आती है जिन्हे हम शॉर्ट(कम सब्दो) में समझे गे।
Single bearish candle: यानी जो कैंडल पैटर्न एक कैंडल से मिलके बनती है उसको single bearish candle कहते है।
Multiple bearish candle: यानी जो कैंडल दो(2) या उससे अधिक कैंडल से मिलके बनती है उसको Multiple bearish candle कहते है।
जब मार्केट या शेयर अपने High prise या up trend में हो तब यह कैंडल काम करती है।
(i)Bearish engulfing candle (बेयरिश इंगल्फिंग कैंडल)
जब चार्ट में ऊपर दिखाई गई कैंडल बनती है तब इसको Bearish engulfing candle कहते है।
बेयरिश इंगल्फिंग कैंडल बनने के बाद शेयर में गिरावट आने की संभावना बढ़ जाती है।
Bearish engulfing candle में दो(2) बातो का ध्यान रखे…
- पहली कैंडल हमेशा Bullish होनी चाहिए।
- दूसरी कैंडल हमेशा long bearish होनी चाहिए।
आप यह चार्ट में देख सकते है की जब शेयर में up trend चल रहा था तब वहां bearish engulfing candle बनी और वहासे शेयर में गिरावट आ गई।
Bearish engulfing candle बनने के बाद की कैंडल पर conformation मिलने के बाद sell कर सकते है।
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