शेयर मार्केट क्या और कैसे निवेश करे|what is share market
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शेयर मार्केट क्या है?
शेयर मार्केट एक ऐसा बिजनेस या जगह है जहां आप अपने बचत के पैसे को मार्केट समय के साथ बढ़ा सकते है। जैसे जैसे मार्केट में बढ़ोतरी होती जायेगी आपके पैसे में भी वैसे वैसे बढ़ोतरी होती रहेगी।
शेयर मार्केट में आप कोई भी कंपनी के शेयर या बोंड को खरीद सकते है एक तरह से देखा जाए तो आप उस कंपनी के हिस्सेदार(partner) होते है।
शेयर मार्केट में आप शेयर के अलावा commodity और futures and options में भी ट्रेड कर सकते है।
अच्छी कंपनी के शेयर को खोज के और उसको खरीद के आप बहुत ही अच्छा पैसा बना सकते है। कई सारे लोग है जिसने शेयर बाजार से करोड़पति बने है।
शेयर मार्केट में सही समय पर सही शेयर को खरीदना ही सबसे बड़ा काम होता है।
सभी देश के अलग अलग स्टॉक एक्सचेंज (stock exchange) होते है जिससे आप शेयर buy और sell कर सकते। है।
जैसे की भारत(india) में दो स्टॉक एक्सचेंज है
(1)BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज)
(2)NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज)
इन स्टॉक एक्सचेंज के अंदर अलग–अलग indices होते है जो कंपनी के बिजनेस पर आधारित होते है। जैसे की…
- Nifty metal
- Nifty FMCG
- Nifty IT, आदि…
यह उदाहरण के रूप में तीन indices दिखाया है इसके अलावा बहुत सारी indices होते है।
शेयर मार्केट में निवेश कैसे करे?
शेयर मार्केट में आप निवेश करने के लिए आपके पास दो तरह के अकाउंट(खाते) होने चाहिए।
(1)Demat account
(2) Trading account
Demat account: आप जब शेयर को खरीदकर होल्ड करते है तो वह demat account में होता है।
Trading account: जब आप किसी कंपनी का शेयर को खरीद या बेचना चाहते है तो वह Trading account से होता है।
आप किसी भी स्टॉक ब्रोकर के पास online या offline Demat और trading account बना सकते है।
Demat account कैसे खोले?
Demat और Trading account के लिए आपको नीचे दी हुई डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होगी।
- Pan card
- Adhar card
- Saving account
- Bank statement (optional)
अगर आप Online demat account खोलना चाहते है तो उस केस में आपका adhar card आपके मोबाइल नंबर के साथ जुड़ा होना चाहिए।
Demat account के साथ ही आपका trading account भी खुल जायेगा और आप निवेश की सरुआत भी कर सकते है।
शेयर मार्केट में निवेश के प्रकार?
शेयर के खरीद कर कितने समय के लिए रखते है उसके आधार पर शेयर मार्केट में आप तीन तरह से निवेश कर सकते है।
- Intraday Trading
- short term investment(शॉर्ट टर्म निवेश)
- Long term investment (लॉन्ग टर्म निवेश)
अब यह सभी निवेश के बारेमे जानेंगे।
जब किसी शेयर को आजके दिन ही खरीद और आज ही बेचा यानी जिस शेयर की आयु एक ही दिन की हो उस ट्रेड को intrade ट्रेडिंग कहते है।
Intraday ट्रेडिंग ज्यादातर चार्ट में 5 मिनिट और 10 मिनिट के चार्ट और कैंडल पैटर्न को देखकर किया जाता है।
जब शेयर को कुछ समय जैसे की 1 हफ्ता, 1 महीना या 1 साल के लिए लिया हो वैसे investment को शॉर्ट टर्म निवेश(short term investment) kahte hai।
जब किसी शेयर को 5 साल, 10 साल या उससे अधिक समय के लिए खरीदा हो तो वैसे investment को लॉन्ग टर्म निवेश(long term investment) कहते है।
शेयर का एनालिसिस(research) कैसे करे?
शेयर मार्केट कोई ऐसी चीज नही है की जिसमे पैसा लगाया और दूसरे दिन डबल हो गया यह याद रखना चाहिए।
जब हम किसी कंपनी के शेयर को खरीदते है तो हम उस कंपनी के बिजनेस पर पैसा इनवेस्ट करते है।
शेयर की Reacher करके आप आपने होने वाले मुनाफे में बढ़ोतरी और नुकसान को कम कर सकते है।
शेयर मार्केट में दो तरह से शेयर की Reacher की जाति है।
- Fundamental analysis
- Tecnical analysis
हम यह दोनो एनालिसिस को शॉर्ट में समझते है।
Fundamental analysis:
किसी भी शेयर का Fundamental analysis करने के लिए हमे उस कंपनी के बिजनेस को समझ ना होगा।
Fundamental analysis ज्यादा तर Long term investment (लॉन्ग टर्म निवेश) के लिए उपयोग में लाया जाता है।
Fundament analysis हम तीन चीजों को ध्यान में रखके कर सकते है।
- कंपनी का बिजनेस
- कंपनी का मैनेजमेंट
- कंपनी का प्रोडक्ट या सर्विस
1.कंपनी का बिजनेस
कंपनी के बिजनेस के अलावा कंपनी के बिजनेस के प्रकार यानी कंपनी कही ऐसा तो बिजनेस नही कर रही जिसकी मांग आगे नहीं है!
कंपनी के बिजनेस की मांग आगे आने वाले समय में बढ़नी चाहिए ऐसी कंपनी के शेयर में अच्छा पैसा बना सकते है।
कंपनी अपने बिजनेस का विस्तार कितना जल्दी कर रही है वह भी देखना जरूरी है।
आप कंपनी के द्वारा दिए हुआ Quatorly रिजल्ट को देखकर कंपनी के बिजनेस को समझ सकते है।
2.कंपनी के मैनेजमेंट
जिस भी कंपनी में शेयर ले रहे है उस कंपनी के मालिक और उनके मैनेजमेंट को अच्छे से समझ ना जरूरी है।
कंपनी के मालिक या कंपनी पर कोई केस(case) चल रहा है, कितने case है यह सभी जानना जरूरी है क्यों कि कोई case के चलते कंपनी बंद भी हो सकती है।
कंपनी के लेबर और मेनेजर कंपनी के प्रति ईमानदार है या नही वह भी देखना जरूरी है।
आप online या फिर न्यूज के माध्यम से देख सकते है कंपनी के मैनेजमेंट को। अगर आप बहुत बड़ा निवेश कंपनी में करना चाहते है तो कंपनी की मुलाकात(visit) भी कर सकते है।
3.कंपनी की सर्विस या प्रोडक्ट
अगर कंपनी आगे आने वाले समय में टिक पाए इसके लिए उसके पास कोई सबसे अलग प्रोडक्ट या सर्विस होनी चाहिए।
जैसे Cadbury अपने chocolate, coca–cola अपने यूनिक टेस्ट, ऐसे ही आप जिस कंपनी का शेयर ले रहे है उस कंपनी के प्रोडक्ट यूनिक होना चाहिए।
हमारी आम जिंदगी में कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विस की कैसी मांग है और क्या लोग इससे खुश है इन के आधार पर आप यह जान सकते है।
यहां बताए गई तीन बातो के अलावा भी कुछ और बाते है जिन पे आपको ध्यान देना होगा।
Tecnical analysis:
Technical analysis का ज्यादातर उपयोग intraday ट्रेडिंग और शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए किया जाता है।
Intraday और शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में कंपनी से कुछ लेना देना नही होता इसको सिर्फ शेयर के भाव पर आधारित होते है।
Tecnical analysis (टेक्निकल एनालिसिस) शेयर के चार्ट पैटर्न और कैंडल पैटर्न को देखके किया जाता है।
यहां चार्ट पैटर्न और कैंडल पैटर्न के कई प्रकार है और सभी का अलग अलग कार्य होता है।
टेक्निकल एनालिसिस कैंडलेस्टिक पैटर्न(candlestic pattern) के प्रकार
ऊपर दिखाई गई चार्ट में सभी जो हरे और लाल रंग की कैंडल है उनको कैंडलेटिक पैटर्न कहा जाता है।
यहां सभी कैंडल के साइज, ओपन प्राइज, क्लोज प्राइज,high,low के आधार पर अलग अलग कैंडल होती है।
Candlesticks पैटर्न के कई प्रकार है जिसको यहां दिया गया है।
- बुलिश एंगलफ़ींग कैंडलेस्टिक पैटर्न
- बीयरिश एंगलफ़ींग कैंडलेस्टिक पैटर्न
- हारामी कैंडलेस्टिक पैटर्न
- बुलिश हारामी कैंडलेस्टिक पैटर्न
- बीयरिश हारामी कैंडलेस्टिक पैटर्न
- पियर्सिंग पैटर्न कैंडलेस्टिक पैटर्न
- डार्क क्लाउड कवर कैंडलेस्टिक पैटर्न
- मॉर्निंग स्टार कैंडलेस्टिक पैटर्न
- इवनिंग स्टार कैंडलेस्टिक पैटर्न
- मारूबोज़ू कैंडलेस्टिक पैटर्न
- डोजी कैंडलेस्टिक पैटर्न
- स्पिनिंग टॉप्स कैंडलेस्टिक पैटर्न
- हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न
- हैंगिंग मैन कैंडलेस्टिक पैटर्न
- शूटिंग स्टार कैंडलेस्टिक पैटर्न
यह सभी प्रकार की कैंडल शेयर में आनेवाली परिस्थिति को दर्शाती है।
अगर कैंडल पैटर्न का अभ्यास अच्छे से हो गया तो आप intraday ट्रेडिंग बहुत अच्छी तरह से कर सकते है।
टेक्निकल एनालिसिस चार्ट पैटर्न(chart pattern)
कही बार intraday trading करते समय चार्ट से सही अनुमान लगाया जा सकता है।
Intraday और शॉर्ट टर्म शेयर के लिए candlestic पैटर्न के साथ चार्ट पैटर्न का अभ्यास भी जरूरी है।
चार्ट पैटर्न के कई प्रकार है जिसको यह दिए गई है।
- लाईन चार्ट
- बार चार्ट
ज्यादातर intraday ट्रेडर यह दो प्रकार के चार्ट का उपयोग करते है।
शेयर मार्केट में कोई भी समस्या है तो आप हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते है।आपको शेयर मार्केट क्या है? What is share market in hindi की जानकारी कैसी लगी?