शेयर मार्केट में रिस्क मैनेजमेंट कैसे करे? How to manage risk in share market?


 

 शेयर मार्केट में रिस्क मैनेजमेंट कैसे करे?

अक्सर
देखा गया है की नए निवेशक जब शेयर मार्केट में आते है तब उनको यह मार्केट
के बारेमे ज्यादा जानकारी और Risk Managment के अभाव के कारण सरुआती दिनों
में ही अपने पैसे का एक बड़ा हिस्सा Loss कर देते है। 

आप चाहे किसी
शेयर में Intraday Trading करते है, चाहे आप Swing Trading करते है या फिर
Futures and Options Trading करते है सभी में Loss से कैसे बचा जाए और लंबे
समय तक अपने पैसे से Trade किया जाए उसकी जानकारी देंगे।

हम Risk Managment को समझने से पहले Risk Reword Ratio को समझ लेते है। 

Risk Reword Ratio क्या है?

Risk Reword Ratio का एक सीधा मतलब यह है की आप अपने Loss की तुलना में कितना Proffit बना रहे है।
जब आप किसी शेयर में ट्रेड करे तब आपको अपनी पुरी capital
का केवल 2% ही Loss रखना है। 
अगर इससे ज्यादा Loss रखा तो आपको बड़ा Loss होने की संभावना होती है। 
Intraday Trading में 1:1 या 1:2 यानी ₹1 के नुकसान पर ₹1 मुनाफा या ₹1 के नुकसान पर ₹2 का मुनाफा लेना चाहिए। 
Swing Trading में आपको 1:5 या उससे ज्यादा का Risk Reword Ratio रखना चाहिए। 
Options Trading में Risk Reword Ratio का इतना महत्व नहीं है क्युकी उसमे Volitile बहुत ज्यादा रहता है।

Intraday Trading में Risk Managment कैसे करे?

दोस्तो, आप एक बात को याद रखे की Intraday ट्रेडिंग सिर्फ Intraday Trading करके ही सीखा जा सकता है उसके अलावा नही। 


मार्केट
के नए निवेशक Intraday ट्रेडिंग करके बहुत कम समय में ज्यादा पैसे बनाने
की कोशिश करते है उस चक्कर में वह अपना पूरा पैसा को डूबा देते है।
Intraday ट्रेडिंग में Loss से बचने के लिए आपको खुद से शेयर खोजना है और उनमें Trade करना है किसी की टिप्स पर नहीं। 
अब आपने कोई शेयर पसंद किया है। 
मानले की आपके Demat account में ₹20,000 हैं। तो यहां आपको केवल 2% पैसा यानी ₹200 का ही Loss लेना है उससे ज्यादा का नही।
अगर आपके शेयर की Buy Prise ₹340 है और Stop Loss ₹336 है। 
अब आपको आपके Trade के दौरान Quantity पर भी ध्यान देना होगा। 
आप ₹200 का Loss ले रहे है और आपका Stop Loss ₹4 point का है, मतलब 200/4 =50,
आपको केवल ₹340 वाले 50 शेयर ही खरीदने है चाहे आप का capital जितना बचा हो।
धीरे धीरे इसी प्रकार से Trade करने से आपके Trading में आपको Confidante होगे और बड़े बड़े Proffit भी कर सकेंगे। 

सबसे पहले हम Swing Trading और Long Term Trading में Risk Managment को सीखेंगे। 

Swing Trading में Risk Managment कैसे करे?

सबसे पहले तो Swing Trading क्या है यह जानना जरूरी है। 
जब किसी शेयर में कुछ समय में तेजी या गिरावट आने की संभावना लगे तब उस शेयर में ट्रेडिंग करने को Swing Trading कहते है।
Swing Trading का समय 1 दिन से ज्यादा और कुछ महीने तक होता है। 
अब हम समझते है किसी शेयर में Swing Trading कब करते है।
जब
शेयर के चार्ट यानी Tecnical Analysis में ऐसी स्थिति दिखाई दे जहा से
शेयर ऊपर/नीचे जाने की संभावना बढ़ जाती है तब हम उसमे swing trading करते
है। 
जब किसी शेयर के Quarterly Report आने वाले है तब भी Swing Trading का मोका मिलता है। 
अगर
आप चार्ट में किसी Break Out के चलते Swing Trading करना चाहते है और उसमे
Loss से बचना चाहते है तो आपको यहां दी गई कुछ point के अनुसार Trade लेना
होगा। 

आप ऊपर वाले फोटो को देखिए यहां एक शेयर 15मिनिट के Time frame में Break Out दे रहा है।
इसमें
Swing Trading करने के लिए आपको Break out के नीचे की कैंडल में Stop Loss
लगाना है और जब Break out हो जाए तब उसमे Entry लेना है। 
Swing Trading में भी आप अपनी  Quantity को ध्यान मे रखना होगा। 
मानले आप कोई शेयर ₹268 के भाव पर ले रहे है और उसमे आप ₹262 यानी ₹6 का Stop Loss रख रहे है। 
अब आपको अपने Capital का maximum 2% loss लेना है। मानले आपकी कैपिटल ₹50,000 है। 
अब आपको ₹1000 का maximum Loss होगा, अब 1000/6=166.67,
इस हिसाब से आपको ₹50,000 में 2% का Loss रखते हुए ₹268 के भाव वाले 166 या 167 शेयर ही लेना है।
Long term निवेश में रिस्क मैनेजमेंट
यहां ध्यान से Long Term का मतलब है की 5साल, 10साल और उससे ज्यादा समय के लिए।
अपने Portfolio में अच्छी कंपनी के शेयर रखे और diversified portfolio बनाए।
Diversified
का मतलब है की आप अपने शेयर को अलग अलग सेक्टर से चुने, कही ऐसा ना हो की
आपने एक ही सेक्टर के सभी शेयर में निवेश कर दिया। 
अलग अलग सेक्टर से आपको किसी सेक्टर में Loss हो सकता है लेकिन लंबे समय में आपको All over बड़ा प्रॉफिट ही होगा। 
Options Trading में रिस्क मैनेजमेंट
दोस्तो, जहा तक हो सके हम options trading करने की सलाह कभी नही देंगे। 
क्युकी
Options Trading stock market का एक ऐसा दलदल है जहा निवेशक सिर्फ 1 दिन
में अपने पैसे को डबल या उससे ज्यादा भी कर सकते है दूसरी ओर पूरा पैसा एक
दिन में Loss भी कर सकते है। 
जब आप Options
Trading करे उससे पहले 2 से 3 महीनो तक paper trading करे और जब paper
trading में आपकी 60% से या 70% से ज्यादा शेयर सही होने लगे उसके बाद ही
आप निवेश करे।
Options Trading में पूरे
कैलकुलेशन के साथ Stop Loss रखना होता है, अगर आपने छोटा मोटा Stop Loss
लिया है तो वह 1मिनिट या उससे कम समय में हिट ही हो जाएगा। 


आखिर में एक बात कहूंगा: 
आप
अपनी जिम्मेदारी, अपने Family और अपने आयु को देखकर निवेश करे और इतना ही
Loss ले, क्युकी अगर एक बार पैसा चला गया तो वापस Recover करने के लिए कोई
पैसा नहीं बचेगा और आपके सामाजिक जीवन पर सीधा असर होगा। 

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