Options trading क्या होता है?
नमस्कार Traders,
शेयर मार्केट में सिर्फ stock को खरीदना और बेचने के अलावा भी कई प्रकार से ट्रेडिंग कर सकते है Options Trading शेयर मार्केट के इस प्रकार में से एक प्रकार है।
Options Trading करने से जितना लाभ होता है उससे ज्यादा Loss भी होता है अगर कुछ सावधानी नही बरते तो!!!
Options Trading में नॉर्मल शेयर को Buy/sell करने से थोड़ा अलग होता है।
मार्केट में दो तरह के options में ट्रेडिंग होती है। Call options और Put options
Options के प्रकार
Options के दो प्रकार होते है।
- Call options
- Put options
अब हम इन दोनो options के बारे मे विस्तार से समझते है।
Call Options
मार्केट के up trend के साथ ऊपर जाने वाले Options को Call options कहते है।
जब मार्केट ऊपर यानी तेजी में होता है तब call options के premium के भाव भी बड़ी तेजी के साथ बढ़ते है।
Nifty 50, Bank Nifty और कुछ चुनिंदा शेयर में आप Call options को ट्रेड कर सकते है।
Call options वैसे तो Risk Managment का एक भाग होता है।
अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा की जब मार्केट ऊपर जा रहा है तब risk management की क्या जरूरत है???
इसको हम एक उदाहरण से समझते है।
मानलो कोई कंपनी है जिसको Steel की प्रतिदिन जरूरियत होती है तो वह क्या करेगी? एक टेंडर के जरिए किसी कंपनी या किसी Individual से स्टील लेगी।
टेंडर में स्टील का भाव ₹5000/Kg का agriment किया है।
अब स्टील का भाव गिरेगा तो को supply करने वाले को फायदा ज्यादा होगा लेकिन अगर स्टील का भाव बढ़ेगा तो supply करने वाले को Loss होगा।
ऐसे case जब स्टील का भाव बढ़ता हो और उसको fix भाव मिलता है ऐसी स्थिति में वह Call options को खरीदेगा इसीलिए उसको Loss न हो।
Put Options
जब मार्केट में गिरावट हो रही है और Loss हो रहा है तब Loss को Manage करने वाले Options को Put options कहा जाता है।
जब आपके portfolio में गिरावट के समय नुकसान हो रहा है उस समय अगर Put options को खरीद ने से Loss को manage किया जा सकता है।
Nifty 50, Bank Nifty और कुछ चुनिंदा शेयर में put options में Trade कर सकते है।
Nify 50, Bank Nifty में Options Trading
options Trading में एक शेयर या एक Nify बैंक से ट्रेड नही कर सकते उसके लिए इसमें Lot size फिक्स होती है उतनी minimum Quantity के साथ ट्रेड करना पड़ता है।
Nifty 50 में देखे तो 50 Quantity का एक Lot है और Bank Nifty में 28 Quantity का एक Lot है।
कई शेयर जिनमे Options Trading होती है उनमें Lot size बहुत ज्यादा होती है।
यह Quantity call और Put दोनो Options के लिए समान रहती है।
Options Trading में Time Frame
यहां Time Frame को समझना बहुत जरूरी है क्युकी हम Options के साथ Long Term investment नही कर सकते।
Options Trading में चाहे वह Call हो या Put उसका एक समय निर्धारित होता है।
Nifty 50 और bank Nifty में Weekly और monthly दो तरह की Expiry होती है।
उन expiry के अंदर ही आपको अपना ट्रेड को Squre off करना होता है वरना आपका Broker उसको अपने हिसाब से Squre off कर देगा।
Options Trading के साथ Intraday ट्रेडिंग कर सकते है या 1 week की trading कर सकते है।
Options Trading में Intraday अगर सही तरह से कर सकते है तो यह एक दिन में पैसे को डबल भी कर सकते है दूसरी ओर अगर options Trading के दौरान सावधानी नही बरती तो आपका पूरा capital एक ही दिन में Zero हो जायेगा।
Options Trading के fayde और नुकसान
Options Trading को अगर सही ढंग से किया जाए तो इसके फायदे आप सोच नही सकते इतने होते है लेकिन इसमें नुकसान भी आपके सोच से परे होता है।
Options Trading को करने के लिए आपको कुछ बाते को समझना बहुत जरूरी है।
Options Trading का सबसे बड़ा फायदा इसमें होने वाली मोमेंट है।
Options Trading में चाहे वह call हो या put उसमे moment बनी रहती है।
Risk Managment करने के लिए Options बहुत कारगर साबित होता है।
दोस्तो, आखरी शब्द कहते है और विराम लेते है।
बिना Tecnical Analysis के ज्ञान और मार्केट को समझे बिना options में ट्रेड न करे क्युकी यहां आपकी एक छोटी सी भूल भी आपके सारे पैसे Loss कराने के लिए काफी है।
मेने बहुत लोगो को देखा है वह options Trading के दौरान अपना लाखो,करोड़ों का capital Loss कर दिया है।